Happy Mens day वह चाहता है कि रो सके जब दुखी हो मन कह सके कि डर से उसका भी वास्ता है । वो जो चाहता है महज उसकी गोद में सो जाना , दिन भर की थकान का चुटकी में दूर हो जाना। डर लगे तो वो कह सके तेरे आंचल में सिमट के रो सके मासूम सा दिल ये जो सारा बोझा ढोता है , अपनों की जरूरतों के लिए जो अपनी नींदें खोता है चलो कि उन्हें हम एक तोहफा दे, जब चाहे वह रो सके डर लगे तो हम से कह सके । जिंदगी की भाग दौड़ में इन मर्दों को झूठी मर्दानगी से मोहलत दें । happy mens day to all mens in my life to make it so special and convinient . @nojoto #nojoto