मेरे सामने समन्दर हो, सर पे खुला असमान! सितारों की चमक मेरी आंखो मे हो, लोगो के दिलो मे मान! सूर्य सा तेज़ चेहरे पे हो, ओर खुला हो सपनो का मैदान, होंठो पे मुस्कुराहट हो, ओर प्यार से भरा आंगन, वजूद मेरा ऐसा हो, दुश्मन भी करे सम्मान! बस इतना सा ख्वाब है, बस इतना सा ख्वाब है!! मेरे सामने समन्दर हो, सर पे खुला असमान! सितारों की चमक मेरी आंखो मे हो, लोगो के दिलो मे मान! सूर्य सा तेज़ चेहरे पे हो, ओर खुला हो सपनो का मैदान, होंठो पे मुस्कुराहट हो, ओर प्यार से भरा आंगन,