आज फिर उसे उस गली से मुड़ते देखा, आज फिर मैंने सपनों को मचलते देखा, वो आई थी मेरी जिंदगी में कुछ पल के लिए, आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा। Ritika suryavanshi ✍️Mr Sachin Ahir✍️ #wogali