तफ़्सील से करूं तजकिरा उसका । मेरे दिल से बंधा है सिरा उसका । इसलिए हमारे दरम्यान बढ़ती है, मोहब्बत । बहुत होता है झगड़ा मिरा उसका । azeem khan # तफ़्सील से करूं तजकिरा#