शतरंज का भी खेल हमारी जिंदगी की ही तरह है, चालें ऊपर वाला चलता है, और हम मोहरों की तरह सुख -दुःख ,जीवन - मृत्यु , प्रेम और घृणा में उलझे रहते हैं.. ©kalpana srivastava #चाल