नहीं आरज़ू हमारी कि आसमान को छू आयें, नहीं चाह समंदर में कोई दुनिया नई बसाएं, नहीं ख्वाब किसी के महल में दिन रैन बिताएं, नहीं कोई ऐसी तमन्ना कि जमाने को मुट्ठी में दबाएं, पर ऐसा भी नहीं कि अपनी कोई ख्वाहिश ही नहीं, हां, एक छोटी सी चाहत है इस दीवाने दिल की, दिल कभी ना दुखाए, किसी संगदिल सनम की, जो टूट जाए खुद भी तो, टूटने ना दे आश किसी की; जो आए कहीं कोई अरचन कभी भी, कैसी भी, सामना करे उसका हम डट कर हमेशा ही, जो मौत भी मिले राह में, यूं ही चलते ही जाएं, हम न रुके डर कर, आगे ही आगे बढ़ते ही जाए। @अनुपम मिश्र #powerofnow #adventure #wish #dream #now #secret #hope #optimism #illusion #truth