बहोत कुछ है मैं... बताने से डरता हूँ... मैं गुज़रे हुए उस... #ज़माने_से_डरता_हूँ ॥ बहोत कुछ है जो... जलता है अब... आग जो लगी... #दिखाने_से_डरता_हूँ ॥ निकल जायेगा मेरा... #दम_इक_रोज़... क्या है वजह ये... बताने से डरता हूँ ॥ जीने से पहले ये... मरने की आरज़ू... क्यूँ है आख़िर... #समझाने_से_डरता_हूँ ॥ दोज़ख़ में बीते... #लम्हों_की_सौग़ात... कतरों से हैं सब... दिखाने से डरता हूँ ॥ यूं न पूछा करो... मेरे होने का सबब... गुमनाम क़िस्सा... #सुनाने_से_डरता_हूँ ॥ 🌹🌹💔 ©Munna Khan SA. status