मेरे दिल की बात ये है कि, तुम्हारे दिल मे मेरे लिए जगह कही है पर दुख की बात ये है की, दिल की बातें हमेशा ही मेरी गलत रही है मै देखता हूँ ऐसे सपने, जिसमे हम एक दूजे के हो चुके है पर दुख की बात ये है कि, हकीकत मेरी अभी भी वही है मन बनाता हूँ मै, तुम्हे बोलने के लिए अपनी मन की बात पर दुख की बात ये है कि, मुझे पता नही बोलने की कौनसी तरकीब सही है मेरे अधर मौन है, पर शब्द मेरे लिखावट बोल रहे है पर दुख की बात ये है कि, अभी तक तुम्हें पता भी नही है न जाने ऐसी कितनी बातें मैंने लिखी है पर दुख की बात ये है कि, सामने से अपनी बात मैंने अभी तक कही नही है दुख की बात ये है की, मेरी बात अभी भी वही की वही है –Vikas Gupta ©Vikas Gupta #worldpostday