अरे अब तो कुल्हाड़ी को रोको इससे वातावरण नष्ट होती है जब जब कोई पेड़ काटता धरती माँ फूटकर रोती है पंछियों की चहचहाहट भी पेड़ो से ही आती है प्रकृति की सुंदरता देखकर कोयल भी राग सुनाती है पेड़ ना तुम लगाओगे छाया कहाँ से पाओगे ऑक्सीजन की फैक्ट्री है ये साथ में फल भी खाओगे बादल भी आकर्षित होते पेड़ो की मौजूदगी में बारिश होगी, हरियाली होगी पेड़ लगाओ जिंदगी में फूलों की कलियों से होती खुशबू की बौछार है भौंरे इससे शहद बनाते क्या खाने में मज़ेदार है पेड़ पौधे लगाते रहना ये जिंदगी में परोपकार है रक्षा और सेवा भी करना ये धरती माँ की श्रृंगार है - Alok K S #WorldEnvironmentDay #Nature #Earth #SaveNature #saveworld #saveearth #Hindi #Poetry #alokksquotes #aloksharma