शायरी वक़्त के पहिए ने, हमें भी शायर बना दिया, वरना हम तो बंद कमरे में रहने वाले, वो पक्षी थे जो आसमान में उड़ने की, कल्पना से भी डरते थे। Meenakshi Sharma वक़्त का पहिया