धरती की हवा का रूख बदल गया हम इंसानों की गलतियों की सजा का परिचय कोरोना के कहर रूपी तूफां से रूबरू करा दिया, जाने कितनी दफा प्रकृति की सुंदरता दांव पर लगी, उसका भुगतान हर इंसान भुगत रहा बिगड़ गई धरती की हवा पानी पर्यावरण का हुआ सत्यानाश, वक्त है बाकी संभल जाओ प्रकृति के रक्षक बचा लो अपनी धरती का अभिमान, कर लो प्रण सभी मिलकर, करें हरियाली का निर्माण,बनाये स्वच्छ पर्यावरण फैला कर ये जन-जन में संदेश चलो चलाये एक अभियान। ♥️ Challenge-546 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ विश्व पृथ्वी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 🌍🌍 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।