"निंदिया तु आती देर से फिर सब देरी से होता जाए, न जाने कौन सा बैर तुझे मुझसे मुझे समझ ना आए।" "बैर नहीं किसी बात का थोड़ी उलझन मुझे सताए।" "थोड़ा सुलझा कर बोल जो मुझे समझ में आए।" "तेरे मन तक पहुंचने के इतने विचार रस्ते की कौन से रस्ते तुझ तक जल्दी पहुंचा जाए वो तय करते-करते मुझे देरी हो जाए। 😴😴 #microconversations #talks #latenighttalks #sleepless #thoughts #nightstories #hindiconversations #grishmaconversations