Nojoto: Largest Storytelling Platform

यूँ ज़ुल्फ़ों को सँवारते हुए, मत निहार मुझको। कहीं त

यूँ ज़ुल्फ़ों को सँवारते हुए, मत निहार मुझको।
कहीं तेरी इस अदा से, मुझे प्यार न हो जाए। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के :)

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
यूँ ज़ुल्फ़ों को सँवारते हुए, मत निहार मुझको।
कहीं तेरी इस अदा से, मुझे प्यार न हो जाए। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के :)

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) 

♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।