जुंबिश-ए -धड़कन कुछ इस तरह बढ़ गई, नख़्ल ए मसाफ़त इश्क़ खामोशी बढ़ गई, अफसाने मोहब्बत के महफ़िल में छिड़े, सेहरा ए वफा सजा ए मौत से भिड़ गई। 📥 RKS Dare :- ◆RKSLN - 37 📇 #RKSLNcollabs आपका हार्दिक स्वागत करता है..😊🙏 💫RKS DARE 37 :- "अफ़साना" अर्थात :- कहानी / उपन्यास आज के Dare में आप सभी रचनाकार "अफ़साना" शब्द को लेकर रचना करें..!!