सोचा कई मर्तबा इश्क़ बयां करने को, पर खोने के डर से खुद में ही दफ्न हो चला। समझ ही ना सके वो मेरे एहसासों को, बस अल्फाज़ो से ही उनका दिल फिसला। क्या हुआ जो! नाराज़ किया तुमको? तुम्हारी वजह से मेरी आंखों में भी, अक्सर छुपा पानी है छलका। खैर!! सोचा तो कई दफा लौट चलू तेरी ही दुनिया में, पर तेरी दुनिया में मेरा कोई नामो निशान ही ना मिला।। °° Mulahiza farmayiyega.. हिफाज़त करते रहे वो अपने आत्म-सम्मान की, तभी उनकी ओर से कोई पैग़ाम ना मिला। अब उन्हें क्या मालूम? कितनी दफा लौटे हैं हम उनके दर से, जब वो मेरे बिना ही ज्यादा खुश दिखा।। #KalHoNaaHo #Dosti #OpenPoetry #Love #lost #Feeling#express #alfaaz #अल्फाज़ #एहसास #दोस्ती #नज़्म #नींद#modernpoet #zehershayari #pyaar #MeraIshq #उल्फ़त #nojoto @openpoetry @dosti