मां -बाबा अब इतना घबराते है कि जॉब के लिये भी हर किसी को मना बोलते है उनको चिंता है कि कही हमारी बेटी किसी दरिंदे की हवस न बन जाये भाई बाहर भेजने से डरते है कि कहीं मेरी बहन किसी राक्षस का शिकार न बन जाये मां कहती है इससे अच्छा ऐसी जिंदगी ही सही है जिसमे चूल्हा-चौकी की जाये सपनें सोचते बहुत है हम पर पूरे करने से डरते है हम बहुत से हमारे आसपास के गाँव मे लडकिया पास के गाँव तक भी घूम ना आई होती है उनकी जिंदगी बस उसी घर से दूसरे घर कट होती है मोदी जी ने सारे वादे पूरे कर दिये बेटियों को पढ़ाओ बेटियों को आगे बढ़ाओ पर बेटियों को बचाने का कभी सोचे भी है या नही बेटियों को सब कमजोर करते है बनाते भी हैं तो उनको मोदी राज में कैसे कमजोर नहीं किया जो ऐसी घिनोनी हरकत करते हैं sry सबको पर मुझे लगता है सबको अब चुप नही बैठना chaiyye वरना कल ये किस्सा वापस दोहराया जाएगा और फिर सब शोक जताएंगे ।मैं चाहती हूँ अब कभीकिसी लड़की के साथ ऐसा ना हो ।अब ऐसा कुछ हो उन दरिंदो के साथ जिससे आगे कोई किसी के सपने किसी की जिंदगी न छीने,😠😠😭😭