सुनो अब ऐसा मत करना ,अरे सुनो अब ऐसा मत करना वरना ये भीगी पलकें ख्वाबो तक नहीं पहुंच पायेगी।। उलझनो से तो सुलझ जाऊंगा पर ज़िंदगी मुकाम तक नहीं पहुंच पायेगी ।। सही कहते थे पहले तुम कि तेरे बिना मेरा वजूद नहीं है पर अब तुम्हारी ये बातें वहां तक नहीं पहुंच पायेगी ।। चाहे तो सब ले लो तुम सपने ,ख्वाब, अपने पर ऐसा मत करो नहीं तो ये राहे मंजिल तक नहीं पहुंच पायेगी ।। सुनो अब ऐसा मत करना, अरे सुनो अब ऐसा मत करना वरना ये भीगी पलकें ख्वाबो तक नहीं पहुंच पायेगी।। भीगी पलकें