समझ सकोगे क्या तुम एहसासों को समझ पा रहे क्या तुम कवि के जज्बातों को वक्त निकाल कर चले आओं ए "जान" बस इतना कहूंगा नही रहा जा रहा तेरे बगैर तेरी याद बहुत आ रही है..!! Miss u meri jan🤗🤗😘😘 Ladli