मैंने देखा एक धनियां का पौधा, उसमें खिला हुआ नन्हा सा फूल, सोचा मैंने प्रकृति में खिल आते लाखों फूल, भिन्न होती रंगत भिन्न होती खुशबू यहां तक कि शूल, पूछा मैंने उस नन्हे पौधे से कैसे होता ये चमत्कार, इन खूबियों का रहस्य बताओ मेरे यार । उसने कहा जानता नही था, क्या छुपा था मेरे भीतर, कैसे होने थे मेरे फूल, मेरी खुशबू, मेरे बड़े होने पर, बस बचपन से एक था मैं, इस प्रकृति से, जो हो रहा था मैंने होने दिया उसकी ही मर्जी से, शून्य से ही आई फिर ये रंगत ये खुशबू ये खूबियां, समपर्ण और विश्वास से मेरा सर्वश्रेष्ठ स्वतः मिल गया, देखो मेरा जीवन परिणीति पर चुपचाप आ गया, प्रकृति का आशीष बिन मांगे मुझे मिल गया, मैंने उस पौधे को धन्यवाद दिया, प्रकृति का रहस्य थोड़ा सा समझ उससे लिया, जीवन का सर्वश्रेष्ठ प्रयासों से पैदा नही होता, गहरे समपर्ण से शून्य से उग आता है ।। #NojotoQuote Flower of Nothingness #Devotion #Letgo #Nothingness #Flower #Life #Success #Gratitude