कहाँ ढूंढ लू तुझे की तू मिल जाये मुझे ख्वाब अधूरे मिलन की आश अधूरी आएगी कब वो वस्ल की रात जो मिटा सके दूरी जरूर मिलना है अब तुझे और मुझे कहाँ ढूंढ लू तुझे की तू मिल जाये मुझे ! शेर-तुझसे बिछड़े तो जी तो लेंगे मगर फिर ये जिंदगी बोझ की तरह गुजरेगी ©Rohit Kumar #Love #ishaq #follow4follow #like4like #folowforfollowback komal sindhe.