"मन के आसमान में कल्पनाओं की उड़ान" काश तुझे सर्दी के मौसम में लगे मुहब्बत की ठंड, और तू तड़प कर मांगे मुझे कम्बल की तरह ।। सागर "इन्द्र" "SaYa" saya