में जाऊ कही ओर तुझे पाता हूं दो पल शुकून में भी चाहता हूं अब अपनी यादो की केद से रिहा कर मुझे चन्द लम्हो की खुशी में भी चाहता हूं दो पल शुकून में भी चाहता हूं ©Gourav Shrivas #शुकून