बचपन की बीती बातों को मै भूल कभी ना पाती मां,, प्यार तो बहुत करती हूं मां आपसे बस इज़हार नहीं कर पाती। रूठ जाए खुदा भी पर आप ना रूठना कभी,, टूट जाऊ मै कभी पर आप ना टूटना कभी,, आपको देखकर ही तो कुछ करने की हिम्मत कर पाती हूं,, प्यार तो बहुत करती हूं मां आपसे बस इज़हार नहीं कर पाती। देना हौसला जब भी कमज़ोर सा पाओ मुझे,, चाहतीं हूं जब भी आंख में आंसू आए मेरे बस एक आप ही गले लगाओ मुझे,, प्यार तो बहुत करती हूं मां आपसे बस इज़हार नहीं कर पातीं। जाने अंजाने में सही आपका दिल तो दुखाया है मैंने,, आज इन अनकही बातों को पन्नों पर उतारा है मैंने,, ज़िन्दगी के कुछ कठिन फैसलों में बस सलाह आपकी चाहती हूं,, प्यार तो बहुत करती हूं मां आपसे बस इज़हार नहीं कर पाती।। Sejal Verma. @ dear mom.