चुप रहूँ, तो कोई भी सुना जाता है कुछ कहूँ, तो वो बुरा मान जाता हैं करू क्या ,कोई तो बताये मुझको बात होती नही उससे फिर भी मुझे याद आता है एक तस्सव्वुर से देख रही आँखें मेरी फिर क्यों ये शीशा टूटा नज़र आता है कोई तो बताओ #मुझको ...