जज़्बातों का यूं बार-बार बिखरना इनकी फितरत सी है ,
इन्हें समेटकर सम्भालना और इन्हें गले से लगाना ,
ये इन जज़्बातों के लिए हमारी ख़िदमत सी है ।
आंसुओं का इन आंखों से बहना कुदरत है
अपने आंसुओं को पोंछ कर मुस्कुराना
पहले ये मजबूरी हुआ करती थी , अब ये हमारी आदत है ।
ये आदत कब हमारी अदा बन गयी #yqdidi#yqhindi#yqquotes#asha#MereBezubaanJazbaat#MereMidnightKhayaal