उद्देश्य का महत्त्व (भाग-१) उद्देश्य के बिना कुछ नहीं है जग में, परिश्रम के बिना ना होता काम, लक्ष्य के बिना तू कुछ भी नहीं है, तू है निर्जीव प्राणी के समान । जो उद्देश्य सिद्ध कर चलते हैं, आगे वही बढ़ पाते हैं, इस जग में इस जीवन को, हर क्षण में सफल बनाते हैं । इस धरती पर जो जन्म लिया है, जीवन को सफल बनायेंगे, हम लक्ष्य निर्धारित कर अपना, आगे ही बढ़ते जायेंगे । जीवन का तो अर्थ यही है, क्षण भर में कुछ कर जाना, मातृभूमि पर भारतमाँ की, है उत्सर्ग जीवन का कर जाना । कुछ ऐसा कर जायें जीवन में, तो लोग स्मृति में लायेंगे, चर्चा कर शुभ कार्यों की, सहृदय श्रद्धांजलि चढ़ाएँगे । उद्देश्य निर्धारित है जिनका, वही मंजिल पा पायेंगे, श्रम सहित संघर्षपूर्ण बन, जीवन को सुलभ बनायेंगे । हम जीवन को सफल बनायेंगे, उसमें नव जागृति लायेंगे, सदा ही करते हुए सदकर्म , सारे जग में छा जायेंगे । - Devendra Kumar (देवेंद्र कुमार) # उद्देश्य का महत्त्व (भाग-१)