हमारी ख़्वाहिशें पूरी न हुई, उनकी जरूर पूरी करेंगे हम । बिछड़ भी गए तो क्या हुआ, अरदास जरूरी करेंगे हम ।। हँसता खेलता बचपन हमारा, बीता है उनके साथ में । उम्र बिताने की ख्वाहिश है, हँसकर पूरी करेंगे हम ।। रोड़े लगाए कितने लोगों ने, गलतफहमियां भी बेशुमार भरी । आज दूर है तो क्या हुआ, कल साथ जिंदगी पूरी जियेंगे हम ।। OPEN FOR COLLAB✨ #ATहमारीख़्वाहिशें • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your soulful words.✨ 🌟📍 AT's new paid story is out. Check the pinned post. 😁 Transliteration: