तेरे इंतज़ार आज फिर शाम हो गई, आँखे टिकाकर राहो में बैठना के उम्र यूहीं तमाम हो गई। चले महखाने की तरफ आज फिर कदम , अब हर शाम मेरे लिए ये बात आम हो गई। #Shaam #shayari #@$arohay