कागज़ कलम में बसने लगी है रूह मेरी मुकम्मल करने लगी है ,यही ज़ुस्तज़ू मेरी #कागज़#कलम#ज़ुस्तज़ू#मुकम्मल #YQdidi #हिंदी#शायरी Poem Thought Himadri Verma से प्रेरित☺️