Nojoto: Largest Storytelling Platform

रोज़ आहुतिया देता हूँ खुद के सपनो की ये ज़िंदगी मे

रोज़ आहुतिया देता हूँ खुद के सपनो की
ये ज़िंदगी मेरी इक हवन कुंड हो गई है।

©कवि केवलराम सावनेर #nojot#love#sadlove#shyari#poetri#writebykavi_sawner_kr
रोज़ आहुतिया देता हूँ खुद के सपनो की
ये ज़िंदगी मेरी इक हवन कुंड हो गई है।

©कवि केवलराम सावनेर #nojot#love#sadlove#shyari#poetri#writebykavi_sawner_kr