समझें बिना किसी को पसंद ना करो और समझें बिना किसी को खो भी मत देना क्युकी फिक्र दिल से होती है शब्दो में नहीं और गुस्सा शब्दो में होता है दिल में नही # दिल के अल्फ़ाज़ #