निःशब्द में घुली उस रागिनी के स्वर मौन हैं गुम्फित नयन अनुरक्त हैं रक्तिम हृदय का राग है कम्पित अधर अवबिम्ब आलम्बित चुपचाप हैं सस्मित कपोलों पर धुले बादल के वर्णिम चिह्न हैं अंकित #toyou#silencevssilencing#whenwordsarespent#yqvoid