Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब अँधेरा गहरा गया तो सोचना पड़ा रौशनी को। जब र्दद

जब अँधेरा गहरा गया
तो सोचना पड़ा रौशनी को।

जब र्दद गहरा गया
तो सोचना पड़ा दिललगी को।

जब फूल मुरझा गया,
तो सोचना पड़ा हर कली को।

जब आँसू एक आ गया,
तो सोचना पड़ा उस खुशी को।

जब अँधेरा गहरा गया,
तो सोचना पड़ा रौशनी को।

©Gunja Agarwal
  #hindiwritings  Priyanka Modi Pramodini mohapatra