क्यों बाँध रहे हैं प्यार को हम, इन तारीखों और त्योहारों में। कभी गुलाब,कभी चॉकलेट, ये नश्वर से उपहारों में। उस देश की माटी से हैं हम, जहाँ रोम-रोम से प्यार बरसता है। बाँधे वो खुद को जो, मरु बन प्यार को तरसता है। #anti_valentine #indian_love #shatyagashi