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नज़ारे भी बदल गए जब पलट कर चली हवा कल आँधियों का दौ

नज़ारे भी बदल गए
जब पलट कर चली हवा
कल आँधियों का दौर था
आज बारिशों का दौर है
जो मेरा नसीब नहीं
क्यों मैं हूँ उसको ढूंढ़ता
क्या चाहतें बेशुमार हैं
या फिर मेरी मँज़िलें कहीं और हैं...
 मैंने कब चाहा
सच हो जाए, सब चाहा
#कबचाहा #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
नज़ारे भी बदल गए
जब पलट कर चली हवा
कल आँधियों का दौर था
आज बारिशों का दौर है
जो मेरा नसीब नहीं
क्यों मैं हूँ उसको ढूंढ़ता
क्या चाहतें बेशुमार हैं
या फिर मेरी मँज़िलें कहीं और हैं...
 मैंने कब चाहा
सच हो जाए, सब चाहा
#कबचाहा #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
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