अब तो तेरी निगाहों से किया परदा कर लेते दूर क्यूँ जाते हम तेरे पास सजदा कर लेते खुदा सी है तेरी सुरत नजर मेरे हाथों पे आती हैं बात करूँ मैं किसी और की बात तेरी हो जाती हैं जाता हूँ महखान यार देख ² बोतल खाली हो जाती हैं ये कांच के टूकड़ो पे दिल हैं, शायद जमाने में दवा मेरी हो जाती हैं मैं पीता नहीं हूँ शराब दिलबर तेरी प्यास मेरी प्यास हो जाती हैं चार घूँट का नशा रहा है मेरा बदनाम आवाम मेरा किये जाती हैं बस यही कारण है मेरा, बस यही कारण है दिन में बन्द दरवाजे खुली खिड़की शराब आ ही जाती हैं #sanjaychampapur #yq #champapur Limner #मेरीडायकीकेकुछपन्ने #apanakalamasanjay