यूँ तो कतरा हूँ एक आम सा कतरा लेकिन ।। जब मैं आता हूँ समंदर की तरह आता हूँ ।। ये सबब़ हैं दुश्मन के खफ़ा रहने का ।। कि मैं FAISAL हूँ और FAISAL की तरह आता हूँ ।।