तेरे कंगन तेरे कंगन की कहानी नही सुना सकता मैं जुबानी वैसे तो है ये माँ की निशानी पर पिताजी ने सेठ से वापिस छुड़ाने के लिए कुर्बान कर दिया अपना सब कुछ अपने सपने और अपनी जावानी । Sanjay Kaushik #Love: Sacrifice of a Father