अगर चूम लूं तेरे 'होठों' को... कोई 'शिकायत' तो ना होगी और गर ओढ़ लूं तेरे 'जिस्म' को... तो बता 'पैसों' की फ़रमाइश तो ना होगी ©Saket Arya Veer #saketaryaveer #Poetry #feelings #Shayari #wetogether