स्कूल की पढ़ाई तक सीमित हैं, किताबों का दौर अब नही रहा। फेस ही अब फेसबुक बन गया, किताबों को अब कौन पढ़ रहा।। #किताब #दौर #फेसबुक #बदलतावक्त