एक दफ़ा गुफ़्तगू की इल्तज़ा करते हैं, मगर क्या पता तुम सुनो या नहीं, मुलाक़ात की ख्वाइश बेइंतहां रखते हैं, मगर क्या पता तुम मिलो या नहीं..। Open for collabs #इल्तज़ा #बेइंतहा #yqhindi #hindipoetry #hindiquotes