रिवाज़ो में घुटन शादी करके साथ रहने के रिवाज़ बनाएं। सबका सोचा बेटा केसे रहेगा, बूढ़े माता पिता की सेवा कोंन करेगा , बस सोचा नहीं तो बेटी के साथ कैसे रहेगा नया परिवार बेटे की मां को डर की बहुं बेटे को अलग ना कर दे ,पर उस डर का क्या जो बेटी के होते ही उसके मां पिता को होता है बेटी की विदाई का .... क्यों अपने ही माता पिता से मिलने के लिए भी अब पूछना पड़ता है भगवान ने जो बनाया उसे वेसा ही रहने दो।।। मत बनो भगवान।। मत बनाओ रिवाज़। बहुत घुटन होती है..... रिवाज़ो से घुटन Ritika suryavanshi ...