S शुभरात्रि S मुर्दा रिश्तों को बयां करने मे,.. ..लफ्जों की कमी हैं... हौंठो पे लरजती दास्तां, दुख.. ..आँखों मे नमीं हैं... इन खोखले रिश्तों को,निभायें.. ..तो आखिर क्यों... जिन झूठे रिश्तों के पांवों तले.. ..जमीं भी नहीं है... S❤️s Surinder,,bismill,,... 🙏❤️🙏 ©Surinder Modgill #Nodiscrimination