ज़िक्र अब होता नही बेशक, मगर कौन कहता है वो पल याद आते नही। कुछ इस तरह सिलसिला रहा उन यादों का कुछ याद नहीं करते कुछ भूल पाते नही। ~लीना ठाकुर #baatein ankahi si....