चिरकाल तुम्हारा जीवन हो चिरकाल तुम्हारा यौवन हो खोया रहूँ तेरी आँखों में सदा चाहे भोर चढे या साँझ हो।। ©अंकित सारस्वत #Drops #Nojjotowriters