ये हवाये कुछ कहना चाहती है, जो बाते है, तुझे छू के बताना चाहती है, लिखा हैं मैंने ,ये हवाओं ने छुवा हैं मुझे, बताया है मुझे, तेरे अपनेने पुकारा हैं तुझे...! ये हवाये बंडी ठंडी सी हैं, ये बारीस की बुंदो में दबी कुछ एहसास सी है, दिल की बाते कुछ यु , पास से गुजर के बताना चाहती हैं...! लिखा हैं मैंने ,ये पहाड़ो से गुजर ने वाली हवा से पुछा हैं मैने, सुनाओं ना तुम्हारी कहानी, इन पच्छींओंकी जुंबानी , जो आसमानोसे जुड़ी है बरसो पुरानी...! लिखा है मैंने, हवाओं गाते सुना है मैंने, जो आतेही कुछ कह जाती है,गीत कान में कुछ यु गुन गुनाती हैं...! -Atul हवाओं पर लिखा मैंने.. #लिखामैंने #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi