शुक्र मनाओ की शायर शब्दों से खेलते हैं किसी के दिल उसकी इज्ज़त भरोसे से नहीं खेलते और मजबूरी नहीं साहिबा ये शायर अपना दर्द वो गम बयां करते हैं।। #YourQuoteAndMine Collaborating with Parul Pramanik