हे मेरे दुर्भाग्य के देश! तूने किया था जन समुदाय का अपमान अब चाहता है पाना सम्मान यह कैसे संभव है, याद कर तूने मानव अधिकारों की अवज्ञा की थी, ऊंच नीच का भेद पैदा कर देवों को भी किया था तिरष्कृत क्या हो गया सब विस्मृत #RABINDRANATHTAGORE #गीतांजलि