सोचा बन्द खिड़की को देखते हुए बुलाती थी जहाँ वो मुझे मिलने के लिए झाँकती थी जिस पेड़ के पीछे मुझे देखने के लिए पेड़ वहीं है वैसे ही पर खिड़की से कोई झाँक नहीं रहा वो नही है अब यहाँ दिल ये बात मान नही रहा आज उसकी गली से गुजरते हुए सोचा बंद खिड़की को देखते हुए आज उसकी गली से गुज़रते हुए मन में आए हज़ारों तरह के ख़याल #उसकीगली #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqbaba #yqdada #love #life