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आज सिक्खों के दसवें एवं अंतिम गुरु और ख़ालसा पंथ क

आज सिक्खों के दसवें एवं अंतिम गुरु और ख़ालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जयंती पर उनके बलिदानों के लिए सत् सत् नमन!
।।🚩बोले सो निहाल सत् श्री आकाल।🚩।।
🙏🙏🙏🙏🙏 सिक्ख धर्म के दसवें एवं अंतिम गुरु और ख़ालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जयंती पर उनके बलिदानों के लिए सत् सत् नमन। 
गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म विक्रम संवत पौष शुक्ल सप्तमी 1723 अंग्रेज़ी 5 जनवरी 1666 को सिक्ख धर्म के नवमें गुर तेगबहादुर सिंह जी महाराज और माता गुजरी कौर के घर हुआ था। 
उनका पूर्ण नाम गोविंद राय था। 
उनके जीवन संगिनी थी माता सुंदरी कौर विवाह बर्ष 1684 और माता साहिब कौर विवाह बर्ष 1700 में हुआ था। 
उनके बच्चे साहिबजादे, बाबा अजीत सिंह जी, बाबा जुझार सिंह जी, बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी थे,
उन्होंने पंथ ख़ालसा की स्थापन करते बक्त फ़रमान जारी करते हुए कहा था।
आज्ञा भई आकाल की तभी चलायो पंथ, 
सब सिक्खंन को हुकुम है गुरु मानयों ग्रंथ!
आज सिक्खों के दसवें एवं अंतिम गुरु और ख़ालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जयंती पर उनके बलिदानों के लिए सत् सत् नमन!
।।🚩बोले सो निहाल सत् श्री आकाल।🚩।।
🙏🙏🙏🙏🙏 सिक्ख धर्म के दसवें एवं अंतिम गुरु और ख़ालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जयंती पर उनके बलिदानों के लिए सत् सत् नमन। 
गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म विक्रम संवत पौष शुक्ल सप्तमी 1723 अंग्रेज़ी 5 जनवरी 1666 को सिक्ख धर्म के नवमें गुर तेगबहादुर सिंह जी महाराज और माता गुजरी कौर के घर हुआ था। 
उनका पूर्ण नाम गोविंद राय था। 
उनके जीवन संगिनी थी माता सुंदरी कौर विवाह बर्ष 1684 और माता साहिब कौर विवाह बर्ष 1700 में हुआ था। 
उनके बच्चे साहिबजादे, बाबा अजीत सिंह जी, बाबा जुझार सिंह जी, बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी थे,
उन्होंने पंथ ख़ालसा की स्थापन करते बक्त फ़रमान जारी करते हुए कहा था।
आज्ञा भई आकाल की तभी चलायो पंथ, 
सब सिक्खंन को हुकुम है गुरु मानयों ग्रंथ!

सिक्ख धर्म के दसवें एवं अंतिम गुरु और ख़ालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोविंद सिंह जी महाराज की जयंती पर उनके बलिदानों के लिए सत् सत् नमन। गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का जन्म विक्रम संवत पौष शुक्ल सप्तमी 1723 अंग्रेज़ी 5 जनवरी 1666 को सिक्ख धर्म के नवमें गुर तेगबहादुर सिंह जी महाराज और माता गुजरी कौर के घर हुआ था। उनका पूर्ण नाम गोविंद राय था। उनके जीवन संगिनी थी माता सुंदरी कौर विवाह बर्ष 1684 और माता साहिब कौर विवाह बर्ष 1700 में हुआ था। उनके बच्चे साहिबजादे, बाबा अजीत सिंह जी, बाबा जुझार सिंह जी, बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी थे, उन्होंने पंथ ख़ालसा की स्थापन करते बक्त फ़रमान जारी करते हुए कहा था। आज्ञा भई आकाल की तभी चलायो पंथ, सब सिक्खंन को हुकुम है गुरु मानयों ग्रंथ! #nojotohindi #nojotoapp #विचार #गुरु_गोविंद_सिंह_जी_जयंती